Aman Azad Post

:::It can be late but can not be wrong:::

Saturday, 28 January 2012

It Hurts.... - यह दर्द देता है....


प्रिय मित्रो...


बहुत दिनों मैं आप सबसे दूर रहा ! क्यूंकि दोषारोपण के कारण नकाराताम्का और भ्रम का वातावरण अपने यौवन पर है ! यदि अफवाह को कोई उत्तर न दिया जाए तो वो अपनी स्वाभाविक मौत खुद मरती है ! परन्तु मैंने देखा कि कुछ सवेंदनहीन और मानवता से परे पोस्ट्स ने पेनेलिस्ट्स को लगातार भ्रम और आतंक की स्तिथि में ला खड़ा किया है ! मैं आप सबको आश्वस्त करना चाहता हूँ कि इन दिनों मेरे और मेरे करीबियों के ऊपर लगाए गए सारे  इलज़ाम और शक बेबुनियाद हैं और इनका सच से कोई वास्ता नहीं ! हर प्रशन का सटीक उत्तर भी है परन्तु इससे वातावरण और दूषित होगा, जो कि हमारा लक्ष्य नहीं चूँकि यह राजनीतिक मंच नहीं जहाँ यह गन्दा खेल खेला जाए !  समय पर हमें स्वयं हर प्रशन का उत्तर मिलेगा ! कृपया धैर्य रखें !
बहुत से कार्य कम्पनी की भलाई के लिए किये जा रहे हैं, कुछ प्रयत्नों को आज हम सब के लिए समझ पाना कठिन है ! निचली अदालत से लेकर माननीय सर्वोच्च न्यायालय में पेनेलिस्ट्स अपने कर्तव्य को निभाते हुए अपने और सबके अधिकारों की सुरक्षा में प्रयासरत हैं ! हमें इस बात को समझना होगा कि हर प्रयत्न अंतर्संबंधित है ! हमारे कुछ पेनेलिस्ट्स भाई आज स्टार न्यूज़ की भाँती व्यवहार कर रहे हैं ! पूरी कार्य प्रणाली का गहन अध्यन किये बिना, उसे नज़दीक से देखे बिना उस पर अपने नकारात्मक विचार सच बताकर सार्वजनिक कर देना कहाँ तक तर्कसंगत है ? अपने अहंकार, क्रोध और अज्ञान के कारण किसी को भी लगातार दोष देते रहना क्या यह न्यायसंगत है ? हम अपने क्रोध की अग्नि में अक्सर सभ्य समाज की हर मर्यादा का उलंघन करते जाते हैं, क्या यह सही है ? मेरा सबसे नम्र निवेदन है कि सौहार्द का वातावरण रखें, अगर कंपनी किसी व्यक्ति यां संस्था को कंपनी विरोधी गतिविधि में लिप्त  पाएगी तो वह खुद हमें इसके सन्दर्भ में किसी भी माध्यम से सूचना देगी ! आप सबको याद होगा कि कंपनी ऐसे कई मामलों में पहले भी सार्वजनिक रूप से सूचित कर चुकी है ! हमें कोई चिंता करने की कोई आव्य्शय्कता नहीं ! किसी को बुरा साबित करने की ललक में खुद बुरे न बनें ! एक दुसरे को दोष देना अपनी शक्ति को कमज़ोर करना है ! बुद्धिमान को एक इशारा ही बहुत है ! कृपया अपनी पहली जैसी एकता बनाये रखें ! याद रहे कि जीत के बाद हम सबको एक साथ जश्न मनाना है, अपना जीवन खुशहाल बनाना है ! विश्वास रखिये सब शिक़वे शिकायत दूर हो जायेंगे !
मुझे माफ़ कीजियेगा अगर मैंने किसी को दुःख पहुँचाया है !
::जय स्पीक एशिया::
::जय स्पीक एशियन्स:: 


आभार....
अमन आज़ाद


Dear Friends....

For many days I was away from you. Because of allegations there is negativity &  confusion all around. If the rumours are not paid attantion to they die the natural death.  But I have seen that some insensitive & inhuman posts brought the panelist in a panic & distrust atmosphere. I want to assure you all that all the allegations on me & my near ones are completely baseless., they are not related to the truth anyways. Every question has a accurate answer but it’ll simply pollute the atmosphere more which is not our aim coz this is not a political platform where this dirty game coul be played. We will get every answer on the correct time. Please have patience.
Many of the tasks are carried on for the welfare of the panelists. It is difficult for some of us to understand every task. Most of the tasks are the confidential. From the lower court to apex court we panelists are performing our responsbilities to protect their & everyone’s right. We need to understand this every task is interrelated.  Some of the panelsits are behaving like the star news reporters. Without studying/knowing the whole working system/strategy to put forward our negative thoughts presenting as the truth in the open – how far it is logically correct ? We just overlook all the values of a cultured society in fit of rage.  Is it correct ? It’s my humble request to all of you that please maintain healthy and cultured atmosphere. If the company would find anyone indulging in any company against movements, the company will inform us about it in anyway thru any medium. You must be remembering that in the similar cases the company had been informing us about such activities. We need not to worry. To blame others don’t put your repitation at stake.  To blame each other is to weaken our strength. A blink of an eye is enough for a wise person. Please maintain your unity as before. After final victory we have to party together. Believe me all doubts will be cleared.
Please forgive me if I've hurt someone.
::Jai SpeakAsia::
::Jai SpeakAsians::

Regards....
Aman Azad

Monday, 23 January 2012

Some Thoughts - कुछ विचार....

प्रिय मित्रो....

भ्रम, द्वेष, अविश्वसनीयता, अहंकार, पद और नाम की चाहत अक्सर ऐसे विचारों को जन्म देते हैं जो किसी भी विद्वान से विद्वान व्यक्ति को सही मार्ग से भटका सकते हैं ! समय और परिस्थितियों के अनुरूप व्यक्ति के विचार बदलते हैं, यह अटल सत्य है ! अगर व्यक्ति में कोई भी अवगुण है तो उसे पहचान कर दूर करने का प्रयतन करना चाहिए ! परिस्थितियों का सम्पूर्ण आंकलन करने के पश्चात् अपने विचारों को सामने रखना अतिउत्तम माना गया है ! भ्रमिक स्तिथि से उबरने के लिए तथ्यों का हिस्सा बनिए, उसके योग्य बनिए, सिर्फ ऊपरी सतह पर वार नहीं करते रहना है ! कार्य कठिन है परन्तु स्वाभाविक और सुखी जीवन जीने के लिए आव्यश्यक भी है ! अंतिम बात : स्वयं का गुणगान स्वयं कदापि न करें ! यह कार्य समाज का है ! यह मेरे विचार हैं, जैसा की ओशो ने कहा था कि

"मैं यह नहीं कहता कि मेरे विचारों को सत्य मानो, अच्छा लगे तो अपना लेना !

"सत्य को कई हज़ारों तरीकों से कहा जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य हो सकता है"
- स्वामी विवेकानंद !

"कोई काम शुरू करने से पहले, स्वयं से तीन प्रश्न कीजिये – मैं यह क्यों कर रहा हूँ, इसके परिणाम क्या हो सकते हैं और क्या मैं सफल होऊंगा, और जब गहरई से सोचने पर इन प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर मिल जायें, तभी आगे बढें"
- चाणक्य !

आभार.....
अमन आज़ाद

Dear Friends...

Illusion, malice, distrust, ego, the desire of name & fame.. they all give birth to those thoughts which can mislead any great scholar. The thoughts of a person changes according to the time & situation, this is Irrevocable truth. If a person has any one of the vices so one should identify & try to get rid of these vices. After the complete & deep analysis of a situation, it is considered great to share your thoughts with others. To get out of illusion or confusion be a part of facts, be deserving & just don't hammer on the upper surface. Task is difficult but it is a necessary for living a normal & happy life. Last thing : Never do self praise, this a work of the society. These are my thoughts like osho has said :

"I don't say that take my thoughts as truth, if you like it accept it !

"Truth can be stated in a thousand different ways, yet each one can be true."
- Swami Vivekanand.

"Before you start some work, always ask yourself three questions – why am I doing it, what the results might be and will I be successful. Only when you think deeply and find satisfactory answers to these questions, go ahead."
- Chankya.

Regards...
Aman Azad

Saturday, 21 January 2012

All Out....

खुश ख़बरी खुश ख़बरी खुश ख़बरी...

श्रीमान आशीष दांडेकर आर्थर रोड जेल से जमानत पर रिहा हो गए हैं और इस समय वो अपने घर की तरफ जा रहे हैं !

बधाई हो !

आभार....
अमन आज़ाद

Good News Good News Good News....

Mr. Ashish Dandekar has been released from arthur road jail on bail and is presently on his way to home. 


Congrats !

Regards...
Aman Azad

Monday, 16 January 2012

Goal is one so walk together ............................ लक्ष्य एक है तो साथ साथ चलिए

मेरे मित्रो...

अब अनुमान लगाना बंद कीजिये और वास्तविकता को देखिये ! सच कड़वा होता है लेकिन अंत में विजेता भी वही बनता है ! एक आम आदमी कुछ चंद लाख रुपये कमाने के लिए जीवन भर काम करता रहता है ! हम हमेशा एक सुनहरे अवसर की खोज में रहते हैं, परन्तु सारा जीवन बीत जाता है और वो अवसर कहीं दिखाई नहीं देता क्यूंकि स्वयं अवसर आ के अपनी पहचान नहीं बताता, हमें खुद उसे पहचानना पड़ता है ! अक्सर उस अवसर को पाने के लिए संघर्ष भी करना पड़ता है ! जैसे की जब हम अपने प्रेम को पहचान लेते हैं तो उसे पाने के लिए हर रुकावट को पार कर लेने की ठान लेते हैं परन्तु हार नहीं मानते ! तो मेरे बंधुओ, स्पीक एशिया को अपना वही प्यार मान लेते हैं, वही सुनहरा अवसर मान लेते हैं ! यह हमारे सामने है, हमें रास्ते का भी पता है और रास्ते में आने वाली मुसीबतों का भी ! हमें सबको एक साथ हाथों में एक दूजे का हाथ लिए आगे बढ़ना है, जिससे की कोई ठोकर न खाए, कोई गिरे नहीं ! लक्ष्य एक है तो साथ साथ चलिए ! सफ़र कुछ आसान हो जायेगा !

आभार....
अमन आज़ाद

My Friends...

Please stop assumptions and face the realty. Truth is bitter but finaly the winner. An ordinary person spends all his life for earning a few lakhs. We are always in search of golden opportunity but sometimes a whole life is spent but we don't get those opportunities coz opportunity does not come and give it's own identity, when it comes we need to identify it. Many times you have to struggle to get it. Like someone who recognises his love, to get it no matter how much hurdels he has to face but he never gives up. So friends, let us take SpeakAsia as our love and a golden opportunity. It is in front of us, we even know the way and the problems in the way. We just need to keep on moving hand in hand so that no body falls. Goal is one so walk together. Journey will become somewhat easy.

Regards...
Aman Azad

Letting Go and Moving Forward ...................... {Very Useful Article For Us}


Let's face it. Many of us choose to hang on to things that at some point have hurt us, angered us, made us feel sad, or depressed us. If we choose to hang on to them, we will never move forward and we could even create physical or medical damage to our bodies. To prevent this from happening we need to let go but no one really tells you how to let go and move forward. Sure it's easy to say: "Just let go, move forward, forget about it, just let go." But that really doesn’t work. I’m about to show you how to let go and start moving forward.

Why You Need to Let Go and Move Forward.
Throughout our lives we go through different experiences, some are positive and some we see as negative and unpleasant. When you hang on to a negative or unpleasant experience you are constantly thinking about it. And when you constantly think about that negative event you prevent yourself from healing. How many pleasant memories do you recall everyday? Chances are you're like most people and you have a number of unpleasant experiences that you're holding on to, which is preventing you from moving forward.

The more you carry the worse life gets. Why? Because you've filled your mind up with negative experiences, because you continually hang on to something that doesn't allow you to move forward, in short, you're carrying useless baggage that's really slowing you down.
Think of it this way: you're on a hiking trip and along the way you keep picking up heavy objects, things that really don't serve you. After a while, these objects begin to slow you down and unless you get rid of them, you'll never complete your trip.

To let go you have to get your mind to focus on different goals and different objectives. It's not about saying: I let go of the pain from my fight with ---- and move on. That will help, but if you really want to start moving on, then you have to get your mind to focus on new things, in the process you automatically let go of the things that have been slowing you down.

How to Let Go and Move Forward
Researchers believe that that if you hold on to negative feelings, sad emotions or depressing memories there is a possibility that you could reshape the human cell to the point where your thoughts of the past have a negative effect on your cells and your physical health.

Hanging on to negative past events is a process that can destroy your life in ways you're not even aware of. Ask yourself these questions: Do the negative things you hang on to serve you any purpose? Do they help you move forward? Do they work in your favor in any way? If you said no to any or all of the above then tell yourself this: This emotion/feeling doesn't help me so I'm letting it go and focusing on what is important. Then begin focusing on what you want next, focus on what is important and what can improve your life. This is a simple process that gets the mind moving in a new direction and you stop building negative energy created from the negative events/emotions, which only attracts more negative situations. When you begin focusing on more positive things you begin attracting positive situations.

The next step is to create an action plan, the past is over. Where do you want to go now and how do you plan to get there? You may not have the answers but merely thinking about the options forces your mind to go in a new direction and you automatically let go of unwanted feelings and emotions.

The key to your success is to train your mind to move in a new direction so you send new messages to your subconscious mind, which then brings you the opportunities to move forward.

The final step is to live in the present moment, to start living in the now. Living in the now is different than living for the moment. Living in the now is the process of enjoying everything that is going on at this present moment. Take a look around you and appreciate those things that you once thought were trivial. When you are here now you can be nowhere else. You are not hanging on to something, you are here now. I know some of you may say the following: "But Karim, where I am right now really sucks, I don't want to think about it." It only sucks because you're looking at all the negative things going on. Focus on a few of the positive things anything from nature to the wonderfulfamily you may have. This forces your mind to look at things differently and tells your subconscious mind that you're ready for new possibilities, then you’ll begin to let go and move forward.

 
Author's Bio: 
Karim Hajee is the author and creator of the Creating Power system - which teaches you how to direct the power of your mind and subconscious mind so that you achieve your goals and live the life you want.

Source :  http://www.selfgrowth.com/articles/Letting_Go_and_Moving_Forward.html

Saturday, 14 January 2012

Storymakers Please Wakeup

प्रिय मित्रो...

श्रीमान अशोक बहिरवानी जी को किसी जांच विभाग ने गिरफ्तार नहीं किया है ! इन कहानीकारों ने अनजाने में बहुत गैरकानूनी काम किया है क्यूंकि इस नकली कहानी में इन लोगों ने जांच विभागों के नाम का ग़लत इस्तेमाल किया है ! कृपया किसी भी अफवाह पर भरोसा न करें और अफवाह को पहचानें ! जैसा की मैंने पहले भी कहा था कि अभी और प्रयास होंगे, हमारी एकता और नैतिकता को भंग करने के लिए ! यह सब मनगढ़ंत कहानियाँ स्पीक एशिया विरोधी अभियान है ! अभी और भी बहुत कुछ के लिए तैयार रहिये और मज़बूत बनिए !

आभार....
अमन आज़ाद

Dear Friends...

Mr. Ashok Bahriwani is not arrested by any investigating agency. Storymakers unknowingly doing unlawful things coz they have used the name of investigating agencies in it's fake stories. Please don't beleive in any rumour. As I said earlier that there will be more attempts to break our unity and moral. It's all fabricated anti speakasia campaign. Be prapare for more. Be strong.

Regards...
Aman Azad

One more question - एक और प्रशन

श्रीमान तारक बाजपेयी जी कहाँ हैं...?

तारक बाजपेयी जी जमानत की शर्तों के मुताबिक हमारे सामने नहीं आ सकते ! वह किसी भी जांच को प्रभावित नहीं कर सकते ! उनकी उपस्तिथि और संचार जमानत की शर्तों का उलंघन माना जायेगा ! परन्तु अधिवक्ता अपने कार्य में पूर्णत सक्षम हैं और सुचारू रूप से कर रहे हैं ! तथ्यों पर नज़र रखें और कृपया तनावमुक्त रहें !

आभार....
अमन आज़ाद

Where is Mr. Tarak Bajpai...?

Mr. Tarak Bajpai can not come in front because of his bail conditions. He is not allowed to influence any enquery. His appearance or communication will be considered as unlawful. But the lawyers with their full responsbilities are doing their job well. Keep an eye on factsand please be tension free.

Regards...
Aman Azad

Wednesday, 11 January 2012

Be Careful - सावधान रहें


सतर्क रहें!!

समाचार जगत एक बार फिर सक्रिय हो रहा है ! लेकिन इस बार बहुत ही अलग और दोस्ताना अंदाज़ में ! लेकिन हमें उनकी रणनीति से भ्रमित नहीं होना है ! यह सिर्फ एक दिमागी खेल है, इस से ज्यादा कुछ भी नहीं ! दूरदर्शी बनिए और सबको अपनी दूरदर्शिता का परिचय दीजिये ! तथ्यों को देखने का प्रयास कीजिये ! किसी भी षड़यंत्र से बचिए और उस से दूर रहिये ! एक बार फिर सबसे प्रार्थना है कि आपसी एकता भंग न हो !
सदभावनापूर्ण वातावरण बना रहे !

आभार...
अमन आज़ाद

Be Aware!!

Media once again started. But this time in a very different and a friendly way. Don't get confused by these tactics. It's clearly a mind game nothing else. Try to see a larger picture with larger benefit. Try to understand and please don't fall in any trap.
It's an appeal to you that be united.

Regards....
Aman Azad

Keep your mind & eyes open

कृपया ध्यान दीजिये

जैसा की आप सबको पहले भी सूचना दी जा चुकी है कि हम सबके बीच में दरार डालने के लिए अभी और प्रयास किये जायेंगे ! यह ज्ञात हुआ कि नकारात्मकता फैलाने के लिए बहुत आईडीस फेसबुक और अलग अलग ब्लॉग्स पर सक्रिय हो रही हैं ! हमारा मनोबल गिराने के लिए, स्पीक एशिया को हानि पहुंचाने के लिए और स्पीकएशिंयस को भड़काने का हर संभव प्रयास किया जायेगा ! हमारी अंतिम विजय तक हमें समाचार जगत से अभी और भी नकारात्मक/आधारहीन सूचनाएं मिल सकती हैं ! सबसे प्रार्थना है कि अपनी कंपनी पर हमेशा की तरह विश्वास रखें और आपसी एकता बनाए रखें !

आभार...
अमन आज़ाद

ATTENTION PLEASE

Remember there will be many more attempts to create fractions betwwen us. It has been brought to notice that many fake id's are been created to spread negativity. Till our final victory we can get a lot of negative/baseless news to hear from our media too. There can be more any possible attempts to break us and to misguide us.
Remain united and have faith in the SpeakAsia.

Regards....
Aman Azad

Tuesday, 10 January 2012

Franchisee's Confusion

Dear All,

Franchisee's accounts are stiill freezed. Let me tell you how. One of our franchisee is Gunjan Patel from gujrat. Few days back some around 18,00/- was credited in his account and he thought that the account is defreezed but it was his savings account and that was never freezed, the only amount of some around 40,000/- was ceased. We ask him to provide the documents of freezing and defreezing but maybe he is unable coz it is not true, it's only a confusion. Franchisee's accounts are freezed by E.O.W. (Mumbai), CBCID(A.P.) or SFIO. Investigation is still on so they will not defreezed our franchisee's accounts. Defeezing of accounts can also be done under the order of the court, we all know that hon. supreme court or hon. high court have not passed any such orders. Neither the company or the franchisees have not as yet approached any other court for defreezing. Lahoti sir can not pass any order coz he is only a mediator. We have to wait for the clear cut information.. Still our enquiry, mind & heart is open. Remember yesterday’s update of Ashok ji’s at his wall where he mentioned about franchisee’s account and website. Before questioning any body’s character we should first check all our facts….!! Now don’t get confused, to restart the business all will be done. So please no more rumours and questions on this issue.

Regards….
Aman Azad

An Appeal

ऐसा मत कीजिये...

कृपया पहले से ही वेब साईट, भुगतान, और व्यव्यसाय के शुरू होने के सबंध में कोई तिथि न दें ! कृपया प्रमाणिक सूचनाएं ही दें ! भविष्यवाणियाँ, मान्यताएं, गणनाएं और अनुमान लगाना बंद कीजिये ! दूसरों को दोष देना अब बंद कीजिये ! अफवाहें रोकिये ! बहुत दुःख होता है !
स्पीक एशिया हम सबके लिए एक कानूनी लड़ाई लड़ रही है और यही सच है !
"हम जीत के लिए बाध्य हैं और हम जीतेंगे"

आभार....
अमन आज़ाद

Please don't do that....

Please don't give any date regarding website, payouts, business restart in advance. Please share only authentic informations. Please stop predictions, assumptions and so called calculations. Please stop blaming others. Stop Rumours. It hurts.
SpeakAsia is fighting a legal battle for all and that is the only truth.
"We are bound to win & We will Definitely win"

Regards....
Aman Azad